Priyanka Chopra Biography In Hindi | प्रियंका चोपड़ा की कहानी
प्रियंका चोपड़ा भारतीय फिल्म अभिनेत्री, गायक और सन 2000 की मिस वर्ल्ड ख़िताब को जितने वाली है. अपने फ़िल्मी करियर की बदौलत वह बॉलीवुड की सबसे महँगी अभिनेत्री बनी. आज प्रियंका का नाम भारत के नामी कलाकारों में लिया जाता है. इसके साथ ही प्रियंका चोपड़ा को मीडिया ने एशिया की सबसे सेक्सिस्ट महिला भी बताया. अपने अब तक के जीवन में उन्हें बहोत से पुरस्कार मिले है और बहोत से पुरस्कारों के लिये नामनिर्देशन भी हुआ है. जिसमे सर्वश्रेष्ट अभिनेत्री के लिये राष्ट्रिय फिल्म अवार्ड और पांच फिल्मफेयर अवार्ड और पद्म श्री भी शामिल है जो भारत सरकार ने उन्हें उनकी उपलब्धियों के लिए सन 2016 में दिया.
प्रियंका चोपड़ा का जन्म 18 जुलाई 1982 को झारखंड के एक छोटे से शहर जमशेदपुर हुआ था।
उनके पिता का नाम अशोक और माता का नाम मधु चोपड़ा है, उनके माता-पिता दोनों ही भारतीय आर्मी में सेवारत थे. उनके पिता पंजाबी है जबकि उनकी माता झारखण्ड से है. उनके एक भाई सिद्धार्थ भी है जो उनसे 6 साल छोटा है. परिणिति चोपड़ा, मीरा चोपड़ा और मन्नार उनकी बहने है. अपने पिता की नौकरी के कारन उनके परिवार को भारत की कई जगहों पर रहना पड़ा था जिनमे दिल्ली, चंडीगढ़, अम्बाला, लदाख, लखनऊ, बरेली और पुणे भी शामिल है. प्रियंका ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लखनऊ के गर्ल्स स्कूल से और बरेली के सेंट मारिया कॉलेज से ग्रहण की. डेली न्यूज़ में छपे साक्षात्कार में चोपड़ा ने कहा था की उसे बार-बार यात्रा करने से कुछ नही होता और बार-बार स्कूल बदलते रहने से भी उसे कुछ प्रभाव नही पड़ता. बल्कि वह तो इसे नए अनुभव और नए समाज की तरह अपनाती है. जितनी भी जगह चोपड़ा और उनका परिवार रहने गाया है उन जगहों पर प्रियंका ने अपने बचपन की यादो को सजोये रखा है. प्रियंका कहती थी, “मेरे ख्याल से जब मै चौथी कक्षा में थी तभी मेरे भाई का जन्म हुआ था. मेरे पिता उस समय आर्मी में थे. इसीलिए मुझे एक साल तक लेह में ही रहना पड़ा था. मै और मेरे दोस्तों ने उस पल काफी मस्ती की थी, वो पल आज भी मुझे याद है. प्रियंका ने कहा की जितने भी शहरो में वह रहने गयी उनमे से बरेली में उनकी सबसे ज्यादा यादे सजोई है. वह बरेली को ही अपना पैतृक गाव मानती है.
13 साल की आयु में, चोपड़ा पढाई करने के लिये यूनाइटेड स्टेट गयी, वहा वह अपनी आंटी के साथ रहने लगी थी. अपनी किशोरावस्था में प्रियंका को अमेरिका में रहते हुए काफी समस्याओ का सामना करना पड़ा था. जातीय समस्या मुख्य रूप से थी. वह कहती थी की, “मै एक अजीब लड़की थी, जिसे खुद का कभी सम्मान ही नही था, मै एक मध्यम-वर्गीय परिवार से आयी थी और मेरे पैरो पर सफ़ेद धब्बे भी थे…. लेकिन मै कड़ी महेनत करती थी. आज मेरे पैर 12 ब्रांड बेच रहे है.”
अमेरिका जाने के तीन साल बाद ही चोपड़ा भारत वापिस आ गयी, उस समय उसने सीनियर कॉलेज की पढाई पूरी कर ली थी. उसी समय प्रियंका ने स्थानिक “ब्यूटी क्वीन” होने का शीर्षक अपने नाम किया. इसके बाद वह और उसका परिवार इसी क्षेत्र में प्रियंका को आगे बढ़ाना चाहते थे इसीलिए उनकी माता ने प्रियंका को 2000
की फेमिना मिस इंडिया प्रतियोगिता में डाला. जिसमे उसका दूसरा नंबर आया, और उसने फेमिना मिस वर्ल्ड का शीर्षक भी जीता. बाद में चोपड़ा ने मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में हिस्सा लिया, जहा उन्हें मिस वर्ल्ड 2000
का ताज मिला इसके साथ ही उन्हें 30 नवम्बर 2000
को ही एशिया समुद्र की ब्यूटी क्वीन का शीर्षक दिया गया. मिस वर्ल्ड ख़िताब को जीतने वाली चोपड़ा पांचवी भारतीय है और इसे सात सालो में चौथी भारतीय है. मिस वर्ल्ड का ख़िताब जीतने के बाद प्रियंका ने कॉलेज जानां शुरू किया. प्रियंका ने अपने साक्षात्कार में बताया था की मिस वर्ल्ड और मिस इंडिया का ख़िताब जीतने के बाद ही उन्हें फिल्मो के ऑफर आना शुरू हो गये थे.
पहले प्रियंका चोपड़ा इंजीनियरिंग की पढाई
करना चाहती थी,
लेकिन भारतीय फिल्म
जगत में काम
करने के ऑफर
को उन्होंने अपना
लिया. उन्होंने अपने
फ़िल्मी करियर की शुरूवात
2002 में आयी तमिल
फिल्म थमिजहन से
की थी. उसी
वर्ष उन्होंने अपनी
पहली Hindi फिल्म द हीरो
भी की और
बाद में अंदाज़
और सलमान खान
& अक्षय कुमार के साथ
मुझसे शादी करोंगी
की. बाद में
2004 में आई ऐतबार
फिल्म में उन्होंने
नकारात्मक भूमिका निभाई जिसकी
काफी प्रशंसा हुई.
2006 से ही प्रियंका
ने खुद को
बॉलीवुड की टॉप
अभिनेत्री साबित किया क्योकि
2006 में आयी उनकी
2 फिल्मे क्रिश और डॉन
आर्थिक रूप से
उस समय की
सबसे सफल फिल्म
रही. बाद में
2008 में आयी उनकी
फिल्म फैशन ने
उनके करियर को
ही बदल दिया.
उस फिल्म के
लिये तो उनकी
जितनी तारीफ की
जाये कम है
इसी वजह से
उन्हें उस फिल्म
में सर्वेश्रेष्ट अभिनेत्री
के लिये नेशनल
फिल्म अवार्ड और
साथ ही फिल्मफेयर
अवार्ड भी मिला.
तभी से प्रियंका
ने अलग-अलग
चरित्रों वाली फिल्मो
को करना शुरू
किया और वही
भूमिका करने लगी
जो लोगो को
प्रभावित कर सके,
इसी वजह से
उन्होंने फैशन के
बाद कमीने (2009), व्हाट्स
योर राशी? (2009), 7 खून
माफ़ (2011), बर्फी (2012), मैरी कॉम
(2014, दिल धड़कने दो (2015) और
बाजीराव मस्तानी (2015) की जिनकी
लोगों ने उनके
अभिनय की सातवे
आसमान तक तारीफ
की. 2015 में उन्होंने
ABC ड्रामा क्वांटिको को करना
शुरू किया और
अमेरिकन नेटवर्क सीरीज को
हैडलाइन करने वाली
पहली दक्षिण एशियाई
महिला बनी.
एक बेहतरीन अभिनेत्री होने
के साथ ही
प्रियंका बहोत से
स्टेज शो भी
करती है, न्यूज़पेपर
के लिये कॉलम
भी लिखती है
और बहोत से
उत्पादों की वह
ब्रांड एम्बेसडर भी है.
उनकी पहली एकल
फिल्म 2012 में “इन
माय सिटी” आई थी.
उनकी दूसरी एकल
2013 में “एक्सोटिक” आई थी.
इस फिल्म को
यूनाइटेड स्टेट और कनाडा
में भी दिखाया
गया था. चोपड़ा
बहोत से मनावसेवी
काम करने के
लिये जानी जाती
हैं, इसी के
चलते वह 2010 में
UNICEF की गुडविल एम्बेसडर बनी.
प्रियंका बहोत से
सामाजिक कार्य भी करती
है और प्रकृति,
स्वास्थ और पढाई,
महिला शिक्षा और
महिला अधिकार और
महिला सुरक्षा, सैम
लैंगिकता का प्रसार-प्रचार भी करती
है. वह कभी
अपने नीजी जिंदगी
को मीडिया की
जिंदगी नही बनाती.
प्रियंका चोपड़ा की प्रसिद्ध फिल्मे
1)
अंदाज़ 2003
2) मुझसे शादी करोगी 2004
3) एतराज 2004
4) डॉन 2006
5) फैशन 2008
6) कमीने 2009
7) व्हाट्स योर राशी 2009
8) 7 खून माफ़ 2011
9) डॉन 2 2011
10) बर्फी 2012
11) मेरी कॉम 2014
12) दिल धड़कने दो 2015
13) बाजीराव मस्तानी 2015
2) मुझसे शादी करोगी 2004
3) एतराज 2004
4) डॉन 2006
5) फैशन 2008
6) कमीने 2009
7) व्हाट्स योर राशी 2009
8) 7 खून माफ़ 2011
9) डॉन 2 2011
10) बर्फी 2012
11) मेरी कॉम 2014
12) दिल धड़कने दो 2015
13) बाजीराव मस्तानी 2015
2)
प्रियंका चोपड़ा के टेलीविज़न
1)
क्वांटिको 2015 –प्रदर्शन ABC
प्रियंका चोपड़ा के अवार्ड
चोपड़ा के सभी फिल्म अवार्ड में फैशन
(2008) के लिये मिला सर्वश्रेष्ट अभिनेत्री का नेशनल फिल्म अवार्ड और पांच फिल्मफेयर अवार्ड, अंदाज़
(2003) का बेस्ट डेब्यू अवार्ड और ऐतबार (2004) में सर्वश्रेष्ट नकारात्मक भूमिका,7 खून माफ़ के लिए मिला बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड और बाजीराव मस्तानी
(2015) के लिए मिला सर्वश्रेष्ट सह-कलाकार पुरस्कार शामिल है.
फ़िल्मी हस्तियों के घराने के ना होने के बावजूद प्रियंका ने खुद को बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्री बनाया था. यह सब उनकी कड़ी मेहनत और काम में इमानदारी का ही नतीजा है.
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